सब कुछ जैसे थमा हुआ था
और अचानक
वह पहाड़ों के पीछे से
उड़ते हुए घने काले बादलों की टोली
और उनकी सवारी करते हुए
बूंदें।
बालकॉनी की रेलिंग पर
ठहरे हुए पैरों के ऊपर
उस एक बूँद का गिरना
जैसे किसी ने दस्तक दी हो आने की ,
और फिर एक साथ
बूंदों के गुट का ज़मीन पर आ धमकना ,
यह पहाड़ तो अभी भी रुका हुआ है,
उसके पीछे से चमकती हुई बिजली,
कुछ पुरानी बातों को अपने तेज से
नहलाकर ताज़ा करती हुई,
सब कुछ तो थमा हुआ था ,
मगर अब शायद कोई हलचल हुई.
और अचानक
वह पहाड़ों के पीछे से
उड़ते हुए घने काले बादलों की टोली
और उनकी सवारी करते हुए
बूंदें।
बालकॉनी की रेलिंग पर
ठहरे हुए पैरों के ऊपर
उस एक बूँद का गिरना
जैसे किसी ने दस्तक दी हो आने की ,
और फिर एक साथ
बूंदों के गुट का ज़मीन पर आ धमकना ,
यह पहाड़ तो अभी भी रुका हुआ है,
उसके पीछे से चमकती हुई बिजली,
कुछ पुरानी बातों को अपने तेज से
नहलाकर ताज़ा करती हुई,
सब कुछ तो थमा हुआ था ,
मगर अब शायद कोई हलचल हुई.
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